Joban SarkariaApr 25, 20201 min readHindi Sher - 1 मर्जी़ ख़ुदा की थी जो अब मेरे हाथों में तेरा हाथ नहीं ,बस कट रही है ज़िंदगी ! अब जीने में वो बात नहीं II लिखत - जोबन सरकारीआ
मर्जी़ ख़ुदा की थी जो अब मेरे हाथों में तेरा हाथ नहीं ,बस कट रही है ज़िंदगी ! अब जीने में वो बात नहीं II लिखत - जोबन सरकारीआ